बीकानेर, धीरज नगर। मां सरस्वती वेदाश्रम, धीरज नगर की ओर से इंद्र देव की प्रसन्नता और उत्तम वर्षा की कामना को लेकर वैदिक रीति से यज्ञ व पूजन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वेद मंत्रों की गूंज के बीच श्रेष्ठतम वर्षा हेतु हवन और यज्ञ कर्म संपन्न हुआ।
संस्था अध्यक्ष मुरलीधर ने बताया कि समय-समय पर वर्षा का होना न केवल कृषि के लिए लाभकारी है, बल्कि यह पर्यावरण संरक्षण एवं जनकल्याण की दृष्टि से भी अत्यंत आवश्यक है। संस्था के सचिव उमेश किराडू ने वर्षा जल के संचयन पर बल देते हुए कहा कि सहस्त्रधारा जैसे धार्मिक अनुष्ठानों में वर्षा जल का उपयोग विशेष महत्व रखता है।
कार्यक्रम में वैदिक परंपरा के अनुसार पंडित शिवशंकर किराडू के आचार्यत्व में 15 ब्राह्मणों द्वारा वैदिक विधि से यज्ञ संपन्न कराया गया। यज्ञ के माध्यम से पर्यावरण की शुद्धता, जल चक्र की संतुलित पुनःस्थापना और प्रकृति की अनुकंपा हेतु सामूहिक प्रार्थना की गई।
इस अवसर पर राकेश, हरिगोपाल, मानू मनीष, दामोदर, सुरेश, गोविंद, संतोष, लोकेश, मनोहर, सिद्धार्थ और आशुतोष सहित कई श्रद्धालुओं व सहयोगियों ने आयोजन को सफल बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल धार्मिक अनुष्ठान न होकर सामाजिक जागरूकता और पर्यावरण संतुलन की दिशा में प्रेरक पहल भी रहा।