हरिद्वार से 11 लीटर गंगाजल से भरे कलश की कांवड लेकर 23 जून को रवाना हुए ईशांत भाटी रविवार को बीकानेर पहुंचे। बीकानेर पहुंचने पर शहर में जगह-जगह ईशांत का स्वागत किया गया। इस दौरान मार्ग हर हर महादेव और बम बम भोले के जयकारों से गूंजता रहा।
ईशांत के पिता भवानी भाटी के अनुसार ईशांत ने 21 दिनों में हरिद्वार से बीकानेर तक की 630 किमी की दूरी पदयात्रा कर पूर्ण की। ईशांत 23 जुलाई को विजय भवन स्थित शिवालय में मासिक शिवरात्रि के अवसर पर कांवड़ जल से महादेव का जलाभिषेक करेंगे। बीकानेर पहुंचने पर मयुजियम महादेव पार्क व गांधी पार्क से प्रारंभ हुआ स्वागत का क्रम विजय भवन तक चला। इस दौरान ईशांत के परिवार के सदस्यों, मित्रों, शिवभक्तों सहित चंदर सिंह भाटी, क्षत्रिय महासभा अध्यक्ष करण प्रताप सिंह सिसोदिया, विशाल सिंह राजपुरा, गोवर्धन सिंह लुहारकी, महेन्द्र सिंह बडगुजर, सवाई सिंह, विनयराज सिंह, शैलेन्द्र सिंह सहित शहरवासियों ने जगह-जगह स्वागत किया। ईशांत गिन्नाणी से हनुमान हत्था के पास से होते हुए तीर्थ स्तंभ और विजय भवन पहुंचे। कांवड को विजय भवन में रखा गया है।