Bikaner News जुलाई (शुक्रवार), नवमी तिथि को “हरी जयंती” के पावन पर्व पर मुरली मनोहर धौरा स्थित भगवान श्रीकृष्ण के पवित्र धाम में भव्य धार्मिक आयोजन किया गया। इस शुभ अवसर पर परम् श्रद्धेय श्री राम सूखदास जी महाराज की परंपरा को आगे बढ़ा रहे वर्तमान संत श्री श्याम सुन्दर जी महाराज के सान्निध्य एवं मार्गदर्शन में भगवान शालीग्राम के चरण शिला स्वरूप — सालग्राम चरण शिला — पर दिव्य चिन्हों की रचना एवं पूजन हुआ।
पुष्करणा समाज के प्रसिद्ध सुनहरी कलम चित्रकार श्री राम कुमार भादाणी द्वारा चरण शिला पर भगवान श्रीकृष्ण के पद चिन्ह स्वरूप शास्त्रों में वर्णित चिन्हों को अंकित किया गया, जिनमें शंख, चक्र, गदा, पद्म, मत्स्य, कमल, अमृत कलश, सूर्य-चंद्रमा, ध्वजा, तीर और धनुष जैसे चिन्ह प्रमुख हैं। इन सभी चिन्हों को विशेष रूप से “मनोजवत” करके उभारकर, शुद्ध सोने की वर्क से सुनहरी कलम तकनीक द्वारा अंकित किया गया है। इस तकनीक को इस प्रकार सुरक्षित किया गया है कि चरण शिला पर अभिषेक एवं अनुष्ठानिक कार्य भी आसानी से किए जा सकें।
भादाणी ने बताया कि वे भारतीय संस्कृति की इस प्राचीन कला “सुनहरी कलम” को जीवंत रखने के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। उन्होंने दो दर्जन से अधिक हिंदू-जैन मंदिरों एवं राजस्थान की ऐतिहासिक हवेलियों में इस कला को पुनर्जीवित किया है। साथ ही इस कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए उन्होंने USA के स्टूडेंट्स, विश्वभारती विश्वविद्यालय शांति निकेतन, NIFT, NID, नवोदय विद्यालय और कई अन्य संस्थानों में प्रशिक्षण दिया है। बीकानेरवासियों के लिए वे “बीकानेर गोल्डन आर्ट अकेडमी” के माध्यम से इस दुर्लभ कला को सिखाकर आगे बढ़ा रहे हैं।
श्री श्याम सुन्दर महाराज जी ने बताया कि हरी जयंती के अवसर पर भगवान शालीग्राम का पूजन, तुलसी जी के द्वारा सहस्त्रार्चन, भजन-कीर्तन, पदगान और भोग जैसे आध्यात्मिक कार्यक्रम श्रद्धा भाव से संपन्न हुए। उन्होंने बताया कि यह आयोजन केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं बल्कि समाज को आध्यात्म और सनातन संस्कृति से जोड़ने का एक प्रयास है। भक्तों ने बड़ी श्रद्धा और उत्साह से भाग लिया और भगवान के चरणों में भक्ति अर्पित की।