इस वर्ष का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को रात 9:56 से शुरू होकर 1:27 बजे तक रहेगा। चंद्र ग्रहण मेष राशि वाले जातकों के लिए लाभदायक रहेगा। चंद्र ग्रहण से नौ घंटे पहले सूतक काल दोपहर 12:56 से शुरू होगा। ग्रहण के दौरान भोजन नहीं करना चाहिए, लेकिन बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं हल्का भोजन कर सकती हैं। ग्रहण में तुलसी तोडऩा भी वर्जित है। इनके अलावा भगवान की मूर्ति को न छूएं, खाना बनाने व सोने से परहेज करें। धारदार कैंची, चाकू, सुई का प्रयोग न करें। ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं के बाहर निकलने से बच्चे पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। ग्रहण के दौरान पका हुआ खाना अपवित्र न हो, इसके लिए उसमें कुशा या तुलसी के पत्ते डालते हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान शारीरिक संबंध बनाने से भी बचना चाहिए। साथ ही ग्रहण के बाद दान अवश्य करना चाहिए। चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पूर्व लगने वाले सूतक काल में भगवान का जाप करने के साथ ॐ नमो भगवते वासुदेवाय या महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें। जरूरतमंदों को दान-दक्षिणा देने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। ग्रहण समाप्ति पर घर में गंगाजल का छिड़काव अवश्य करें। स्नान करके भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी की उपासना करें। इसके बाद भोजन ग्रहण करें। ग्रहण के दौरान मंत्रों का जाप करते हैं और रामायण आदि ग्रंथ पढ़ सकते हैं।