पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक माने जाने वाले खेजड़ी के पेड़ों को सोलर प्लांट लगाने के लिए निशाना बनाया जा रहा है। अब सोलर प्लांट लगाने के लिए खेजड़ी के पेड़ों को हटाने में अब यूरिया और तेज़ाब का इस्तेमाल होने लगा है। पांचू के धरनोक की रोही में शुक्रवार रात 20 पेड़ों की जड़ों में यूरिया और तेज़ाब डालने का मामला सामने आया है। सूचना मिलने पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो आरोपी ट्रैक्टर छोड़कर फरार हो गए।
जानकारी के अनुसार धरनोक की रोही में अंजना सन पावर प्राइवेट लिमिटेड कुसुम योजना के तहत 25 बीघा में सोलर प्लांट लगाने की तैयारी कर रही है। शुक्रवार देर रात कुछ लोग दो ट्रैक्टरों से खेजड़ी की जड़ों को मशीन से ड्रिलिंग करके खोद रहे थे। उसके बाद उसमें यूरिया और तेज़ाब डालकर वापस रेत से भर रहे थे।
ट्रैक्टरों की लाइटें बंद थीं। काम अंधेरे में हो रहा था, लेकिन देर रात लगातार ट्रैक्टर चलने की आवाज़ से आसपास के खेतों में किसान आशंकित हुए। कुछ ही देर में यह बात आग की तरह फैल गई। साइंसर, धरनोक और नाथूसर के ग्रामीण काफ़ी संख्या में खेत पर पहुंचे। उन्हें देख लोग गाड़ियां लेकर भाग खड़े हुए। जल्दबाज़ी में दो ट्रैक्टर और एक ट्रॉली वहीं छोड़ गए, जिन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया।
इस घटना से आक्रोशित ग्रामीण खेत में ही धरने पर बैठ गए। तहसीलदार नोखा, वन विभाग रेंज नोखा और पुलिस थाना पांचू को सूचना दे दी गई। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी एक खेत में ऐसे ही खेजड़ी के पेड़ों को सुखाया गया था। यूरिया और तेज़ाब के कारण कुछ ही दिन में पेड़ सूखकर गिर जाता है। उन्होंने बताया कि आरी चलाने पर पकड़े जाने के डर से सोलर कंपनी वालों ने यह तरीका अपनाया है। नागौर की सोलर कंपनी ने यह खेत लीज़ पर लिया है। पुलिस थाने में रपट दर्ज होने के बाद ग्रामीणों ने धरना उठा लिया।