बीकानेर। शहर में बिजली चोरी के खिलाफ आज बड़ी कार्रवाई करते हुए बीकेईएसएल (BKESL) ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के सहयोग से एक संगठित छापेमारी अभियान चलाया। इस दौरान करीब 50 लाख रुपये प्रति माह की बिजली चोरी का खुलासा हुआ।
कार्रवाई के दौरान 10 वितरण ट्रांसफॉर्मर से अवैध आपूर्ति की जा रही थी, जिसे तुरंत प्रभाव से रोका गया। टीम ने मौके पर करीब 70 VCR (विद्युत चोरी रिपोर्ट) भरीं, जिनकी कुल राशि का आंकलन देर रात तक किया जाएगा।
कार्रवाई के दौरान सुरक्षा के लिहाज़ से 35 पुलिसकर्मी, CO सदर, कोटगेट SHO, SDM सिटी (कार्यपालक मजिस्ट्रेट) और बीकेईएसएल के चीफ मैनेजर सुरेन्द्र सिंह चौधरी एवं मैनेजर तपन सामंत भी मौजूद रहे।
ड्रोन से रखी गई नजर
बिजली चोरी रोकने की इस कार्रवाई के दौरान इलाके में ड्रोन के माध्यम से निगरानी की गई, जिससे पूरे ऑपरेशन पर उच्चस्तरीय नियंत्रण बना रहा। मौके पर मीटर टेम्परिंग, सीधे कट लगाकर आपूर्ति, और सर्विस लाइन से अवैध कनेक्शन के मामले सामने आए।
जनप्रतिनिधियों ने की समझाइश की पहल
कार्रवाई के बाद मकसूद अहमद सहित कई स्थानीय गणमान्य व्यक्तियों ने बीकेईएसएल अधिकारियों से मुलाकात की और कंपनी से फिलहाल कार्रवाई स्थगित करने का अनुरोध किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वे क्षेत्रवासियों को जागरूक करेंगे और भविष्य में चोरी नहीं होने देंगे।
कानूनी कार्रवाई के लिए चेतावनी
बीकेईएसएल ने स्पष्ट किया कि जिन उपभोक्ताओं द्वारा VCR की राशि जमा नहीं की जाएगी, उनके खिलाफ विद्युत चोरी निरोधक पुलिस थाने में FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पिछले वर्ष जुलाई में हुई इसी तरह की कार्रवाई में 8 उपभोक्ताओं की VCR भरी गई थी, जिनमें से 5 पर FIR दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
कार्रवाई के बाद लोगों की भीड़
कार्रवाई के तुरंत बाद करीब 100 लोग पब्लिक पार्क स्थित बीकेईएसएल ऑफिस के बाहर एकत्रित हो गए, जिससे माहौल कुछ समय के लिए तनावपूर्ण हो गया। हालांकि प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में रखा।
📌 विशेष जानकारी:
बिजली चोरी न सिर्फ कानूनन अपराध है, बल्कि इससे आम उपभोक्ताओं पर आर्थिक भार भी बढ़ता है। बीकेईएसएल की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार, भविष्य में भी ऐसी कार्रवाइयां जारी रहेंगी।